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देशद्रोही को मेहमानों की तरह नहीं बल्कि गद्दार की तरह देखें!

आज देखा जाए तो भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर देशद्रोहियों को बैठाकर के खाना खिलाया जाता है । जो कि देश हित में नहीं है । अगर कोई देशद्रोही गलत काम करता है तो तो उसके बाद भी उसके साथ देशद्रोही की तरह व्यवहार ना करके एक रिश्तेदार की तरह व्यवहार किया जाता है । उसको महीनों सालो तक AC में रखकर खाना खिलाना और उसके लिए सारी व्यवस्थाएं, घर जैसी करना है सरकार का दायित्व हो जाता है । यह क्या हैं ? क्या भारत में ऐसा होना सही है! जो देश के खिलाफ जहर उगल रहे हैं और देश को बेच देना चाहते हैं । उनको ऐसे रहने का कोई हक नहीं है । असल में देखा जाए तो मीडिया ने ही देश के गद्दारो को हीरो के तौर पर दिखाती है । पिछले दिनों अपने कन्हैया कुमार को देखा होगा और कुछ अन्य लोगों को भी देखा होगा जो देशद्रोह की बात करते हैं और देश को बेच देना चाहते हैं  । उसके बाद वह उनको हीरो  तरह दिखया जाता हैं। बाद वह उन्हें लगातार चर्चा में रहते हैं और मीडियम  हर मुद्दे पर उनका का विचार मांगती है । क्या यह सही है ? एक देशद्रोही से उसके विचार साझा करना और लोगों के सामने प्रस्तुत करना देशहित में तो नहीं लगता । हाँ एक काम होता है कि मीडिया का टीआरपी जरूर बढ़ जाता है। जिससे लोग कुछ देर के लिए इस चैनल को देख लेते हैं, कि यह देशद्रोही अगला बयान क्या देने वाला है। 
इसी तरह से पिछले दिनों मीडिया में एक बाबा को लेकर काफी चर्चा हुई जोगी किसी काम का नहीं था।उसकी तो जनता ने वाट लगा दी लेकिन मीडिया ने फिर भी उसे एक मॉडल की तरह प्रस्तुत किया जो आज प्रसिद्ध हो गया हैं। हमारी मीडिया का यही काम है क्या ?
देशद्रोहियों को अत्याचारियों को भ्रष्टाचारियों को एक मॉडल रोड की तरफ प्रस्तुत करना कहां तक सही होगा! आज भी हमारे देश में लाखों प्रतिभा ऐसी हैं जिनको एक मंच की जरूरत है । मीडिया उन लोगों को कभी भी आगे नहीं लाते । क्योंकि उनसे उनका टीआरपी तो नहीं बढ़ता लेकिन वास्तव में जो मीडिया का कार्य है । वह मीडिया नहीं कर रही है । वरना इस तरह से देश के गद्दार देश में अपना इतना जलवा बनाकर नहीं घूम पाते। जो आज लोगों के बीच में है। अगर कोई न्यूज सही हैं लेकिन देश हित में अगर वह न्यूज़ नहीं है तो मीडिया को नहीं दिखाना चाहिए। क्योंकि जनता के ऊपर इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिसे जनता खुद बहुत ज्यादा प्रताड़ित होती है । और देश तरक्की की जगह नीचे चला जाता है । यह देश हित में कभी नहीं हो सकता । देश के गद्दारों के साथ उसी तरह वर्ताव करने की जरूरत हैं ना की मेहमानों की तरह उनका सेवा सत्कार । अगर इनके खिलाफ सरकार कड़ी रूखा अपनाती है तो ऐसा उम्मीद किया जा सकता है कि आगे चलकर जो देशद्रोही भारत को बर्बाद करना चाहते हैं । उनके मंसूबे खत्म हो सकते हैं। जो भारत में गद्दारों की जनसंख्या है वह बिल्कुल खत्म हो सकती है । सरकार को इससे निपटने के लिए बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है वरना वह दिन दूर नहीं होगा जब देश में सिर्फ गद्दारों का नाम होगा ना कि अच्छे लोगों का। 

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